मुरादनगर।
(राजकुमार),
31 जुलाई 2016
।
(उ.प्र.समाचार सेवा)।
शिवरात्रि से पहले किए गए लंबे चौड़े दावे धरे रह गए और
सड़को पर डाक कावंडिय़ों का कब्जा रहा। शासन प्रशासन हर
साल ड़ांक कांवड़ पर रोक लगाने का दावा करते है। इस बार
भी डाक कांवड़ पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने के दावे
जोर शोर से किए गए थे। रविवार को हरिद्वार से आने वाले
डाक कांवडिय़ों ने इन दावो की पोल खोल कर रख दी है। पूरे
दिन नेशनल हाईवे 58 पर डांक कांवड़ का रेला उमडने से
पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गये देर शाम तक कोई
अप्रिय घटना की खबर न होनें से पुलिस प्रशासन ने राहत की
संास ली है दरअसल इस पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने
डांक कांवड़ पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की घोषणा की
थी जिसमें डीजे पर भी रोक लगाई गई थी इसके बावजूद भी डाक
कांवड़ तेज डीजे बजाते हुए हाईवे से गुजरे और जिन्हे
देखकर पुलिस परेशान हो गई। वन वे ट्रेफिक को भी लगभग बंद
कर दिया गया क्योंकि डंक कांवड़ दोनों सड़को पर दौड़ रही
थी।
कैसे लायी जाती है डाक कावंड़:
किसी स्थान के युवक जब एक गु्रप बनाकर तय समय से
हरिद्वार से चल लेकर अपने ग्रह नगर के शिवालय में चढ़ाते
है,तो इसे डाक कांवड़ कहतेे हैै। डाक कांवड़ घंटो के
हिसाब से लायी जाती है। जिसमें एक युवक जल लेकर भागता जा
रहा है और उसके साथी वाहनों पर उसके साथ रहते है जल लेकर
भागने वाले कांवडियें के थक जाने के पर दूसरा कांवडियां
जल लेकर भागने लगता है और थका हुआ कावंडिय़ां वाहन पर बैठ
जाता है।
बोल बम-बोल बम बोल तेरा कुछ ना लगेगा मोल:
शिवरात्रि की पूर्व संध्या पर शहर व नेशनल हाईवे-58 पर
लगे सेवा शिविरो में कांवडिय़ों का सैलाब रहा। देर रात तक
कांवडिय़ेंं इन शिविरों में डीजे पर शिव भजनों पर थिरकते
रहे।
उमस भरी गर्मी से बेहोश हुआ शिवभक्त:
हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौट रहा शिवभक्त दिल्ली निवासी
मनोज मंगलवार को चलते चलते गर्मी से बेहोश होकर गंगनहर
के निकट गिर पडा। आनन फानन में मौके पर इक्टठा हुए लोगो
ने कांवडि़ए को पानी पिलाया। वह विश्राम के लिए एक कांवड़
शिविर में बैठाया। कुछ देर आराम करने के बाद कांवडियां
मौसम बदलने के बाद अपने मंजिल की ओर बढ चला।
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देवो के देव महादेव की महिमा का दिन शिवरात्रि
मुरादनगर। आज का दिन भगवान शिव की महिमा दिन है शिवरात्रि।
जिससे यह बेहद खास हो गई है। पंडि़त उमेश शर्मा बृजवासी
का कहना है कि इस योग में जो भी व्रत-पूजन करेगा, उसे
अमिट फल की प्राप्ति होती है। अत:इस बार की शिवरात्रि
भक्तों के लिए अति महत्वपूर्ण हैं।
ऐसे खुश होते हैं भोले:
पंडि़त उमेश बृजवासी बताते हैं कि सावन मास में भोले
शकंर जी धरती पर विराजमान रहते हैं। शिव जी का
रुद्राभिषेक करने से सभी प्रकार की सफलतायें मिलती हैं।
शक्कर मिश्रित जल से रुद्राभिषेक करने से बुद्धि प्राप्त
होती है। बताया कि भगवान शिवशंकर जी को रात्रि जागरण
अत्यंत प्रिय है। भगवान शिवजी को जल, दूध, दही,शहद,घी से
निर्मित पंचामृत का अभिषेक करें। यदि सम्भव होतो
श्रद्धालु चंदन और रुद्राक्ष भी चढ़ायें। इसके पश्चात
शिवजी,गणेश,पार्वती,नंदी का पूजन उनकी प्रिय जैसे आक व
धतूरे के पुष्प,बेलपत्र,कनेर,आदि के साथ विधि विधान करे।
इस शिव चालिसा,शिव पुराण की कथा का पाठ भी करें। ऊँ
नम:शिवाय के मंत्र का जाप करे।
सजे शिवालय:
शिवरात्रि के पर्व को लेकर नगर व देहात में स्थित सभी
शिव मंदिरो में करीब एक माह पूर्व से साफ सफाई का कार्य
चल रहा था। रविवार की सुबह से लेकर देर सायं तक मंदिरो
को सजाने का कार्य चलता रहा। सभी शिवालयो को फूल मालाओ व
रंग बिरंगी विद्युत बल्वो से बनी झालरो से सजाया गया है।
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बाईक चोरी
मुरादनगर। घर के बाहर से एक बाईक चोरो ने हाथ साफ कर दिया।
पीडि़त ने बाईक चोरी होने की प्राथमिक सूचना पुलिस को दी
है। नगर की न्यु डिफैंस कॉलोनी निवासी सुरेंद्र कुमार ने
थाने में बताया कि रविवार की सुबह उसने कहीं बाहर जाने
की लिये बाहर खडी की थी जब घर वह से बाहर आया तो उस समय
उसकी काले रंग की होंड़ा सप्लेंडर बाईक मौजूदा स्थान से
गायब थी यह देख उसके होश उड़ गये। इधर उधर काफी तलाशने
के बाद भी बाईक का कहीं अता पता न चल सका।