लखनऊ, 26 फरवरी। (उ.प्र.समाचार सेवा)।
Lucknow,
Feb. 26 , 2012. (U.P.Samachar Sewa).
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम)
घोटाले की जांच कर रही सीबीआई टीम ने
शनिवार को भी छापेमारी का अभियान जारी रखा।
टीम ने प्रदेश के 11 जिलों में छापे मारे।
अक आरोपी के पटना स्थित आवास पर भी छापा
मारा गया है। छापे मुख्य चिकित्सा
अधिकारियों, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारियों
और प्रमुख डाक्टरों के आवासों पर मारे गए।
इन छापों में सीबीआई ने भारी संख्या में
दस्तावेज, कमप्यूटर हार्ड डिस्क्स, सी.डी.
और सम्पत्ति दस्वाजे बरामद किये हैं।
ज्ञातव्य है कि सीबीआई ने शुक्रवार को भी
घोटालेवाजों के 35 ठिकानों पर छापेमारी की
थी। इसमें शुक्रवार को ही सीबीआई ने चार
मामले भी दर्ज किये थे।
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो के संयुक्त
निदेशक आईपीएस जावीद अहमद के अनुसार
शनिवार को ही पटना निवासी डाक्टर विभूति
प्रसाद के आवास पर छापा मारा गया। वे
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मुख्य
चिकित्सा अधिकारी के पद पर तैनात रहे थे।
फर्जी बिलों को उनके स्तर से भी स्वीकृति
दी गई थी। लखनऊ
में तीन, वाराणसी में सात, गोरखपुर में
दो, गोंडा में दो, बस्ती में एक, बहराइच
में एक, श्रावस्ती में एक, कानपुर में एक,
झांसी में एक, मेरठ में दो और गाजियाबाद
में एक स्थान पर छापे मारे गए। टीम के साथ
एंटी करॅप्शन, स्पेशल क्राइम ब्रांच और
संचार विशेषज्ञ भी थे। लखनऊ में डा.
हरिशचंद्रा, डा.आरएस वर्मा और डा.सिलोइया
के घर पर छापा मारा गया। डा.हरिशचंद्रा
कन्नौज में एसीएमओ हैं, जबकि डा. आरएस
वर्मा वाराणसी में सीएमओ रहे है।
डा.सिलोइया सीनियर कंसलटेंट पैथोलॉजी
गोरखपुर के पद पर तैनात है। सीबीआइ ने तीनों
के सीएमओ रहते दवा खरीद से जुड़े दस्तावेज
तलाशे। बहराइच के सीएमओ डा.हरि प्रकाश,
गोंडा के एसीएमओ डा.एके श्रीवास्तव व
डा.एसपी पाठक, बस्ती के सीएमओ डा.जीपी
वर्मा, गोरखपुर के सीएमओ डा.आरएम मिश्रा,
मेरठ के सीएमओ प्रेमप्रकाश, वाराणसी में
संयुक्त निदेशक डा.आरएन यादव, श्रावस्ती
के सीएमओ डा.सी प्रकाश के ठिकानों से
सीबीआइ को दवा सप्लायर रईस उर्फ गुड्डू
खान की फर्म के दस्तावेज हाथ लगे। इनके
लखनऊ और वाराणसी में बैंक लॉकर की जानकारी
मिली है। लॉकरों को खोलने की तैयारी की जा
रही है। वाराणसी में रह रहे बलिया के
सीएमओ पद से सेवानिवृत्त केएम तिवारी के
यहां से 11.45 लाख रुपये नगद, दवा खरीद के
फर्जी बिल हाथ लगे। केएम तिवारी, सी
प्रकाश, डा. हरिप्रकाश, आरएन मिश्रा से
सीबीआइ अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। किसी
को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
सीबीआइ सूत्रों के
मुताबिक जिन सीएमओ, एसीएमओ और डॉक्टरों के
यहां शनिवार को छापे मारे गए उन्हें दो
पूर्व मंत्रियों के विश्वासपात्र रहे दवा
विक्रेताओं की सिफारिश पर तैनाती दी गई
थी। बदले में दवा खरीद में लाभ पहुंचाया,
फर्जी बिलों को स्वीकृति दी गई। दवाओं का
ठेका दिलवाने में मदद की। सीबीआइ ने 22
जिलों में दवा आपूर्ति में 22 करोड़ रुपये
की जो अनियमितता पकड़ी है, उनमें इनकी भी
भूमिका सीबीआइ अधिकारी बता रहे हैं। इस
संबंध में कई अहम सबूत सीबीआइ के हाथ लगे
हैं।
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Summary:
LUCKNOW:
The CBI on Saturday carried out fresh searches across
23 locations in Uttar Pradesh in
connection with the National Rural
Health Mission (NRHM) scam. The searches
were conducted in 11 districts,
including Lucknow, Varanasi, Gorakhpur,
Shrawasti, Gonda, Ballia and Deoria,
with focus on present and former Chief
Medical Officers (CMOs) and their
deputies who have been now been
promoted. |