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नोटबंदी पर सिमटी सियासत, खुब चले तीर
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Tags:
Lucknow |
Publised on : Last
Updated on: 19 December 2016 , Time
21:11 |
लखनऊ
19 दिसम्बर
( उप्रससे ) |
उत्तर प्रदेश में आज का दिन रैलियों से भरा
रहा। इन सभी रैलियों में बस एक ही मुद्दा
गूंजता रहा वह थी नोटबंदी। इसी नोटबंदी पर
आज प्रदेश में पक्ष एवं विपक्ष के बीच
जमकर सियासी तीर चले। इस तरह यूपी की
सियासत नोटबंदी पर ही सिमटती जा रही है
बाकी सभी मुद्दे गौढ हो गये है। ऐसे में
नोटबंदी ही आगामी विधानसभा चुनाव में एक
अहम मुद्दा बन सकता है। इस मामले को लेकर
जनता पक्ष एवं विपक्ष में मतदान कर अपना
जनादेश देगी।
प्रदेश में जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र
मोदी ने कानपुर में आयोजित परिवर्तन रैली
में नोटबंदी पर अपना पक्ष रखते हुए
सम्पूर्ण विपक्ष पर तीखा हमला बोला। वहीं
दूसरी ओर जौनपुर में कांग्रेस उपाध्यक्ष
राहुल गांधी ने भी नोटबंदी पर मोदी को घेरा।
इसी तरह सिद्धार्थनगर में असदुद्दीन ओवैसी
ने भी नोटबंदी पर निशाना साधा। इसके साथ
ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी आज यहां
एक कार्यक्रम में नोटबंदी पर केन्द्र की
सरकार पर जमकर बरसे। इस तरह नोटबंदी को
लेकर समूचा विपक्ष भाजपा को घेरने में कोई
कसर नहीं छोडना चाहता। विधानसभा चुनाव में
इसे अहम मुद्दे के रूप में इस्तेमाल करने
की रणनीति विपक्ष बना रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कानपुर
रैली में नोटबंदी पर विपक्ष को घेरने में
कोई कसर नहीं छोडी। कहा कि कालाधन बंद करना
हमारा एजेंडा था लेकिन विपक्ष का एजेंडा
संसद बंद करने का था। यह नही उन्होंने
विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि बेईमानों
की मदद करने के लिए कुछ लोग संसद में नारे
बोल रहे थे। नोटबंदी से बडे बडे लोगों के
पसीने छूट गए आज छोटे नोट और छोटे लोगों
की पूछ बढ गयी है। उन्होंने यह भी कहा कि
आज भारत देश दो हिस्सों में बंटा है। एक
तरफ कालेधन को बचाने वाले हैं तो दूसरी
तरफ पूरा हिंदुस्तान भ्रष्टाचार के खिलाफ
है।
वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने
आज जौनपुर में नोटबंदी को लेकर मोदी सरकार
पर जमकर हमला बोला। केंद्र सरकार का यह
निर्णय गरीब,किसानों के खिलाफ है। पीएम
मोदी ने बिना पूछे 99 प्रतिशत लोगों का
खून निकाल लिया। नोटबंदी पर निर्णय बिना
सोच-समझकर लिया गया जिसके कारण आज गरीब
मजदूर किसान सभी परेशान है। उन्होंने
किसानों का कर्ज माफ करने की मांग दोहराते
हुए कहा कि मोदी से किसानों के लिए बात की
कहा कि जिस तरह अमीरों का कर्जा माफ करते
हो,उसी तरह से किसानों का कर्जा माफ करो
लेकिन इसका जवाब अब तक नहीं मिला।
इसी तरह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज
लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी
सरकार को जुमले वाली सरकार बताया। सपा
सरकार का काम बोलता है लेकिन. केंद्र
सरकार का जुमला । नोटबंदी पर उन्होंने कहा
कि, सर्जिकल स्ट्राइक ऐसी की सबको लाइन
में लगा दिया,जनता जानती है कितना पैसा
दिया। वहीं एआईएमआईएम प्रेसिडेंट
असदुद्दीन ओवैसी ने आज सिद्धार्थनगर में
एक सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने
नोटबंदी पर पीएम मोदी एवं केन्द्र सरकार
पर तीखे बौछार किये।
इस तरह नोटबंदी को सभी राजनीतिक पार्टियां
भुनाने में लगी हुई है। इन सभी दलों की
नजर सबसे ज्यादा यूपी पर है। क्योंकि यहां
पर कुछ माह में आगामी विधानसभा चुनाव होने
जा रहे है। राजनीतिक विश्लेसकों का मानना
है कि इसी माह यूपी के विधानसभा चुनाव की
तारीखों का एलान हो सकता है। इसीलिए यूपी
का सियासी पारा बढ़ने लगा है। भाजपा जहां
एक ओर नोटबंदी के फायदे गिनाकर जनमत को
अपने साथ करने का प्रयास कर रही है। वहीं
विरोधी अपने अपने तरीके से नोटबंदी के
विरोध को अपने पक्ष में करने के लिए
केन्द्र सरकार पर तीखा हमला बोल रहे है।
यह वाकयुद्ध अभी चुनाव में और बढने से
इनकार नहीं किया जा सकता। बहरहाल नोटबंदी
को कौन कितना कैश करा पायेगा यह तो चुनाव
परिणाम ही बतायेंगे।
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News
source: UP Samachar Sewa |
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upsamacharsewa@gmail.com
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