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शिक्षकों पर लाठीचार्ज के विरोध में
विपक्ष एकजुट
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मृतक शिक्षक परिजन को 50 लाख रूपये देने
की मांग
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Tags:Teachaer death, |
Publised on : 08 December 2016, Last
updated Time 20:53 |
लखनऊ,
08 दिसम्बर
2016 (उ.प्र.समाचार सेवा)।राजधानी
में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे
शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज एवं एक शिक्षक
की मौत को लेकर समूचा विपक्ष एकजुट होकर
प्रदेश सरकार पर हमलावर हो गया है।
विरोधियों ने इसे प्रदेश सरकार की विफलता
करार देते हुए मृतक शिक्षक के परिजनों को
50 लाख तथा घायलों को पांच पांच लाख रूपये
आर्थिक सहायता देने की मांग की है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य
ने बुधवारन को अध्यापकों के शान्तिपूर्ण
धरने पर बर्बर लाठीचार्ज में हुई अध्यापक
की मृत्यु पर कहा कि सपा सरकार में
शासन-प्रशासन पूरी तरह से फेल हैं। सरकार
को एक क्षण भी सत्ता में रहने का नैतिक
अधिकार नहीं है। सरकार के पास पहले ही धरना
प्रदर्शन की जानकारी थी। इसके बावजूद
प्रदर्शन को शान्तिपूर्ण तरीके से
नियंत्रित न कर पाना सरकार की प्रशासनिक
अक्षमता है। श्री मौर्य ने दिवंगत शिक्षक
के परिजनों को 50 लाख रूपये मुआवजे के साथ
घायल शिक्षकों को निःशुल्क इलाज तथा 5-5
लाख रूपये मुआवजा देने की मांग की।
प्रदर्शनकारी शिक्षकों पर लाठीचार्ज का
आदेश देने वाले हत्या का मुकदमा दर्ज करने
की मांग की।
वहीं कंाग्रेस प्रवक्ता द्विजेन्द्र
त्रिपाठी ने कहा कि लोकतंत्र में अहिंसक
तरीके से धरना-प्रदर्शन एवं सभा के माध्यम
से सरकार तक अपनी आवाज पहुॅंचाना प्रत्येक
संगठन एवं नागरिक का संवैधानिक हक है।
लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों पर जिस
तरह से पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्ण
लाठीचार्ज किया गया, जिसके कारण एक शिक्षक
की मृत्यु और तमाम शिक्षक घायल हुए वह
प्रदेश सरकार की विफलता एवं उसके तानाशाही
रवैये को उजागर करता है। उन्होनंे प्रदेश
सरकार से मांग की है कि मृतक शिक्षक के
परिवार को 20 लाख एवं घायल शिक्षकों को
दो-दो लाख रूपये की आर्थिक सहायता तत्काल
मुहैया करायी जाये। साथ ही उन पुलिस वालों
के खिलाफ मुकदमा लिखकर उनके खिलाफ सख्त
कार्यवाही की जाये, जिसके कारण अहिंसक
शिक्षकों पर अकारण लाठियां बरसाई गयी।
रालोद ने भी इस घटना ही निंदा की है।
प्रदेश अध्यक्ष डा मसूद ने कहा कि पूर्व
सूचना के बाद भी सरकार ने प्रदर्शन कर रहे
शिक्षकों को रोका नही। जिसके कारण जबरदस्त
लाठी चार्ज हुआ। इसमें एक शिक्षक की जांन
चली गयी और कई शिक्षक गंभीर रूप से घायल
हो गये है। उन्होनंे मृतक शिक्षक के परिजन
को 50 लाख तथा घायलों को पांच पांच लाख
रूपये मुआवजा देने की मांग प्रदेश सरकार
से की। साथ इस लाठी जांच के लिए जिम्मेदार
पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने
की मांग दोहराई।
बसपा ने साधी चुप्पी
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर
बुधवार को राजधानी लखनऊ में प्रदर्शन कर
रहे शिक्षकों पर पुलिस द्वारा किये गये
लाठीचार्ज, जिसके चलते एक शिक्षक की की
मौत तथा कई शिक्षक घायल हो गये। यह घटना
आज के समाचार पत्रों में प्रमुख खबर बनी।
इसके बावजूद छोटे छोटे मामलों में तीखा
आरोप लगाने वाली बसपा प्रमुख मायावती ने
इस मामले में अपनी चुप्पी नहीं तोडी।
उन्होनंे या फिर उनके पार्टी के किसी नेता
ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देने की
जरूरत नहीं समझी।
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News
source: UP Samachar Sewa |
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upsamacharsewa@gmail.com
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