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नोटबंदी के 20 दिन बाद भी कम नही हुईं भीड़
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Tags: Modinagar News |
Publised on : 02 December 2016, Last
updated Time 19:50 |
मोदीनगर,
02 दिसम्बर 2016 (उ.प्र.समाचार सेवा)।आपका
बच्चा आपसे किसी वस्तु मांग करे तो आप अपने उपलब्घ
संसाधनां के बल पर पूर्ण और आंशिक रूप से पूरा करने का
प्रयास करते हैं।लेकिन यदि मांग तो दूर अपने बच्चो की
छोटी-2 जरूरतो को पूरा करने के लिए ही बैक के सामने
लाइन में लगना पडे और घंटो लाइन में लगने के बाद आपको
घर खाली हाथ लौटना पडे तो आपके मन में जो क्षोभ और
हताशा होगी उसका अनुमान लगाना आज किसी लिए भी कठिन नही
है।क्योकि पिछले 22 दिनों ने लगभग हर कोई ऐसे ही हालातांं
से जूझ रहा है।8 नवंबर की रात को नोटबंदी की घोषणा के
कुछ दिन बाद प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता से 50
दिनांं का जो समय मागा था। उसमें से 22 दिन आज 22 दिन
पूरे हो गए है।आने 28 दिनां देश भले ही रातोंरात किसी
नखलिस्तान में बदल जाए लेकिन वर्तमान समय में जो
परिदृष्य दिखाई दे रहा है वो हौसला बढाने वाला नही
है।22 दिनो से बैकों और एटीएम के सामने लाइन में लगे
आम आदमी का हौसला अब जवाब देने लगा है।घंटो बैकों के
सामने लाइनां में लगे कैश का इंतजार करते धीरे-2 कुंठा
का शिकार हो रहे हैं।जिसकी परिणीति बैकों के सामने हो
रहे झगडे और दूसरी प्रकार अप्रिय घटनाओं के रूप में हो
रही है।स्मरणीय है कि मोदीनगर ही नही बल्कि आसपास के
क्षेत्र में भी बैको के सामने खडे लोगों द्वारा हंगामा
किए जाने के खबरें सामने आई है।पूछताछ करने पर सामने
आया कि अक्सर पूरा दिन लगने के बाद भी लोगो को अपनी
जरूरतों के लिए पैसे नही मिल पाते है तो लोगो का धैर्य
टूटना स्वाभाविक है।मोदीनगर में इसी हफते पैसे नही
निकाले जाने के चलते लोगों ने 3 बार बैको की शखाओं के
सामने हंगामा करते हुए यातायात को जाम करने का प्रयास
किया।
> > निजी जीवन पर भी रहा विपरीत
प्रभाव
> > नोटबदी के फैसले का असर अब सिर्फ आम आदमी की जेब
तक ही सीमित नही रह गया है।बल्कि अब ये लोगां के निजी
जीवन में उनके व्यवहार को भी प्रभावित कर रहा है।पैसे
होने के बाद भी अपने छोटे जरूरतो को पूरा ना कर पाने
की हताशा कुंठा रूप धारण करके उनके व्यवहार पर असर डाल
रही है।और लोग छोटी-2 बातों पर लडाई करने को आमादा
हैं।
> > दिनचर्या में आया बदलाव
टाइम मैनिजमैंट बना मुसीबत
> > आज के दौर में जब आम आदमी को दो वक्त की रोटी कमाने
के लिए भी गलाकाट स्पर्धा का सामना करना पडता है ऐसे
में उसे यदि को काम करने के स्थान पर बैकों की सामने
लाइनांं में खडा दिखाई देगा तो उसके बाकी के कामो पर
इसका असर पडना लाजमी है।नोएडा स्थित निजी फर्म में काम
करने वाले साकिब अली ने बताया कि वे अपने घर में अकेले
कमाने वाले है।और उनके अलावा घर में कोई और एटीएम चलाने
नही जानता है।शाम को आफिस आने से आने के बाद वे रोजान
2 घंटे एटीएम के सामने लाइन मे लगते हैं।उसके बाद घर
जाते है।जिससे उनका पूरी दिनचर्या बिगड जाती है।ऐसे
लाखो नौकरीपेशा लोग और विद्यार्थी हैं जिनका काम और
पढने का कीमती समय बैकों की लाइनांं में बीत रहा है।एसबीए
के छात्र विनय नेहरा का भी मानना है हॉस्टल किराए और
दूसरी जरूरतो के लिए पैसे निकालना अब अपने आप में एक
मशक्कत बन गया है।
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> > युवती के अपहरण के मामले
में केस दर्ज
> > मोदीनगर।भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव भदौला में
युवती के अपहरण के मामले में 4 लोगां के खिलाफ केस
दर्ज कराया गया।बतादें कि जुलाई माह में 4 युवकों ने
भदौला निवासी युवती के अपहरण का प्रयास किया था।युवती
के परिजनो की ने चारों युवको के खिलाफ कार्यवाही मांग
की थी।लेकिन अपहरणकर्ताओं की पहुंच के चलते पुलिस
कार्यवाही नही कर पाई थी।युवती ने भाई सोनू त्यागी की
गुहार पर कोर्ट के आदेश पर चारां युवकों सुबोध त्यागी
सुरेन्द्र त्यागी योगेन्द्र और मूलचंद के खिलाफ केस
दर्ज कराया।
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> > नोट निकालने को लेकर भिडे
दो पक्ष
> > मोदीनगर।कोतवाली क्षेत्र में गोविंदपुरी कालौनी
में बैंक के सामने नोट निकालने के लिए 2 पक्ष आपस में
भिढ गए।जानकारी के अनुसार कमल कौर और रवि सौलंकी ने एक
दूसरे पर जबरदस्ती आगे निकलने का प्रयास करने का आरोप
लगाया। |
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News
source: UP Samachar Sewa |
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upsamacharsewa@gmail.com
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