आगरा, 11 अगस्त। (उत्तर प्रदेश समाचार
सेवा) Agra , August, 11, U.P.Samachar Sewa.
एस एन मेडिकल कॉलेज लगभग तीन घंटे की शांति
के बाद फि र से सुलग उठा। यह हालात उस समय
पैदा हुए , जब आज एक मृत बच्चे को लेकर
इमरजेंसी आए लोगों ने डयूटी पर मौजूद एक
लेडी डाक्टर को थप्पड जड दिया । इन लोगों
ने चलता हुए टेबिल फ ेन लेडी डाक्टर की
तरफ फ ैंक दिया। इसकी सूचना मिलते ही सैकडों
जूनियर डाक्टर फि र से एकत्रित हो गए और
उन्होनें काम न करने का ऐलान कर दिया ।
तनावपूर्ण हालात मे इमरजेंसी से मरीज भी
पलायन कर गए । काफ ी देर बाद मौके पर
पहुॅचे पुलिस , प्रशासन के अधिकारियों ने
बडी मुश्किल से स्थिति को संभालने का
प्रयास किया। जूनियर डाक्टर्स काम पर तो
लौट आए है , पर उन्होनें फ ैसला किया है
कि अब कोई भी डाक्टर अकेले डयूटी नहीं देगा
। उन्होनें समांनातर ओपीडी इमरजेंसी मे ही
चलाने का फ ैसला किया ।
बता दें कि तीन दिन की लगातार हडताल के
बाद कल रात मे ही जूनियर डाक्टर हडताल से
वापिस लौटे थे । निलंबित किए गए जूनियर्स
डाक्टर्स को बहाल कर दिया गया था। समझौता
वार्ता मे दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी गलती
का अहसास कर लिया था। और तय हुआ था कि
मुकदमे तो वापिस नहीं होगें, सुरक्षा के
इंतजाम भी किए जायेंगे। समझौते के बाद एस
एन अस्पताल प्रबंधन के साथ-साथ पुलिस ,
प्रशासन एवं प्रदेश सरकार के अधिकारियों
ने भी राहत की सांस ली थी।
इस घटनाक्रम के तीन घंटे बाद ही एक नया
घटनाक्रम गठित हो गया । तडके लगभग साढे
तीन बजे कुछ लोग एक बच्चे को लेकर इमरजेंसी
पहुॅचे थे। इमरजेंसी मे मौजूद लोगों का
कहना था कि बच्चा मृत अवस्था मे लाया गया
था उस समय इमरजेंसी के बच्चा वार्ड मे एक
जूनियर लेडी डाक्टर डयूटी पर थी । जैसे ही
इस लेडी डाक्टर ने बच्चे के मृत होने की
बात उनके परिजनों को बताई इस पर बिफ रायें
परिजनों ने उस लेडी डाक्टर के कई थप्पड जड
दिए और चलता हुआ टेबिल फ ैन पंखा उनकी तरफ
फ ैंका जिससे वह बाल-बाल बच गई । इसके बाद
वह लोग हंगामा करते हुए बच्चे को ले गए ।
इधर सूचना मिलते ही आज सुबह से जूनियर्स
डाक्टर्स इमरजेंसी पर एकत्रित होना शुरू
हो गए । और सीओ कोतवाली और अन्य अधिकारी
भी यहां आ गए । इसके साथ ही भारी मात्रा
मे पुलिस और पीएसी के जवानों को भी बुला
लिया गया । इधर जूनियर्स डाक्टर्स की
नाराजगी देखकर इमरजेंसी मे मौजूद रोगी और
उनके तीमारदार वहां से पलायित हो गए ।
जूनियर्स डाक्टर्स काफ ी गुस्से मे थे और
उनका कहना था कि प्रशासन एवं सरकार की ओर
से दिया गया आश्वासन की पोल मात्र तीन घंटे
मे ही खुल गई । और हुए घटनाक्र म की
पुनरावृत्ति हुई ।
उनका कहना था कि ऐसे माहौल मे वे किसी भी
कीमत मे काम नहीं कर सकते। अधिकारियों एवं
जूनियर डाक्टर एसोशिएसन की लंबी वार्ता के
बाद जूनियर डाक्टरों ने हडताल तो वापिस ले
ली पर तय किया है कि जूनियर्स डाक्टर्स
अकेले डयूटी नहीं देंगे वे सामूहिक रूप से
डयूटी करेंगें। जूडा ने आज सुबह पैरेलल ओ
पी डी इमरजेंसी मे ही शुरू कर दी । वार्डो
मे डयूटी देने जूनियर्स डाक्टर्स नहीं जा
सकते , उन्होनें कहा कि अस्पताल प्रशासन
सुरक्षा के कोई ठोस इंतजाम नहीं कर सका है
इसलिए एस एन मेडिकल कॉलेज मे अत्यधिक
तनावपूर्ण माहौल दिखाई दे रहा है।
एस एन अस्पताल परिसर मे मारपीट की यह हाल
ही मे हुई पांचवी घटना है । एक महिला
डाक्टर को जिस तरह से कई थप्पड जडे गए उससे
जूनियर्स डाक्टर्स भारी गुस्से मे हैं।
उनका कहना है कि सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं
है जो चाहे आसानी से अस्पताल परिसर मे
घुॅस आता है और उनके साथ अभद्र व्यवहार कर
चला जाता है । आखिर वे कब तक इसी तरह पिटते
रहें, अपमान सहते रहें । इसलिए उन्होनें फ
ैसला किया है कि वह खुद चंदा करके अपने
पैसे से निजी सुरक्षाकर्मी रखेगें।
जूनियर्स डाक्टर्स ने कहा कि रोज-रोज इस
तरीके से अपमान सहन नहीं कर सक ते।
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