शाहजहांपुर , 23 अगस्त, (उत्तर प्रदेश समाचार
सेवा).
Sahjahanpur, August
23, 2011, Uttar
Pradesh Samachar Sewa बाढ का
कहर बच्चों पर भारी पड रहा है। एक सप्ताह
के अंदर बाढ अब तक कई बच्चों को लील चुकी
है। जलालाबाद में आज एक साथ तीन बच्चों के
डूबने से पूरा कस्बा गमगीन हो गया। आपस
में गहरे तीनों दोस्तों में दो सगे भाई
थे। ये तीनों बाढ का पानी देखने गए थे। एक
बच्चे के डूबने पर दो उसे बचाने के चक्कर
में अपनी जान गवां बैठे।
घटना कल शाम करीब छह बजे की है। जलालाबाद
कस्बे के मोहल्ला कानून गोयान निवासी
जितेंद्र गुप्ता गल्ला व्यापारी है।
जितेंद्र के दो ही बेटे थे। बडा अभिषेक 14
और छोटा साहिल 12 साल का था। जितेंद्र के
ही पडोस में रामौतार का घर है। रामौतार
ड्राइवर है। रामौतार के बेटे सुशील (15)
और जितेंद्र के पुत्र अभिषेक में गहरी
दोस्ती थी। दोनों अक्सर साथ-साथ ही रहते
थे। आज अभिषेक और सुशील ने बाढ देखने जाने
का प्रोग्राम बनाया तो अभिषेक का छोटा भाई
साहिल भी जिद करके साथ हो लिया। तीनों
बच्चे घर पर बिना बताए बाढ देखने खंडहर
रोड पर पहुंच गए। यहां नाला पुल बाढ के
कारण उफनाया हुआ है। बाढ के पानी के करीब
पहुंचकर तीनों बच्चे पानी से खिलवाड करने
लगे। अचानक साहिल का पैर गहरे पानी में
सरक गया। साहिल डूबने लगा। भाई को मौत के
मुंह में जाता देखकर तैरना न जानते हुए भी
अभिषेक ने पानी में छलांग लगा दी। अभिषेक
उसे बचा तो नहीं पाया, बल्कि खुद भी गोते
खाने लगा। अभिषेक की बचाव-बचाव सुनकर
सुशील भी दोस्त को बचाने के लिए पानी में
कूद गया। दूर मौजूद लोग नजारा देखकर भागते
आए। लोगों ने तीनों बच्चों को जब तक बाहर
निकाला, उनकी सांसों की डोर थम चुकी थी।
काफी देर बाद बच्चों की पहचान होने पर उनके
परिजनों को सूचना दी गई। इस घटना से
परिवार में कोहराम मच गया। जितेंद्र और
उसकी पत्नी दोनों बच्चों की लाशें देखते
ही गश खाकर गिर पडे। मौके पर मौजूद लोगों
की आंखें परिजनों का करूण ंदन सुनकर नम हो
गईं।
बुझ गए घर के दोनों चिराग
जितेंद्र के दो ही बेटे थे। अच्छा भला
हंसता खेलता परिवार था। न जाने उसके
परिवार की खुशियों को किसकी नजर लग गई।
कस्बे में जिसने भी हादसे के बारे में सुना,
जितेंद्र और रामौतार के घर की ओर दौड़ पडा।
कुछ ही देर में पूरे कस्बे में बच्चों की
दर्दनाक मौत की खबर फैल गई। जितेंद्र और
उसकी पत्नी तो बच्चों की लाशें देखकर
सुधबुध ही खो बैठे।
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