बरेली,
22 अगस्त (उत्तर प्रदेश समाचार
सेवा). Bareilly, Aug
22, 2011, Uttar
Pradesh Samachar Sewa पुलिस ने
कॉलगर्ल रैकिट चलाने वाले पति-पत्नी
समेत चार लोग दबोच लिए। उन पर सर्राफ को
नशा देकर लाखों की नगदी और जेवर ले जाने
का आरोप है। देर रात तक पुलिस गैंग के बाकी
सदस्यों की तलाश में दबिश देती रही। कैंट
में रहने वाले चर्चित पति-पत्नी कॉल
गर्ल रैकिट चलाते हैं। उनके तार बाहरी शहरों
से भी जुड़े हैं। उनकी खास नजर कॉल गर्ल
ले जाने वाले व्यक्ति की सम्पत्ति पर रहती
है। पिछले दिनों पति-पत्नी ने एक लड़की
को बुजुर्ग सर्राफ के साथ भेजा। जहां लड़की
तीन दिन तक रहती रही। मौके लगते ही लड़की
ने सर्राफ को नशा दे दिया। अचेत होने पर
घर में रखी लाखों की नगदी और जेवर लेकर
रफूचक्कर हो गई। होश आने पर सर्राफ घर का
माल साफ देखकर दंग रह गया। उसने जाकर
पुलिस से शिकायत की। सर्राफ के पास कॉल
गर्ल और गैंग के सरगना का मोबाइल नंबर था।
पुलिस ने उसी जरिए रैकिट चलाने वाले
पति-पत्नी और लड़की का पता निकाल लिया।
रविवार की रात पुलिस ने उनके समेत चार लोग
दबोच लिए। उनकी निशानदेही पर सर्राफ के घर
से गया कुछ माल भी बरामद कर लिया गया। उनके
बाकी साथियों की तलाश जारी है। पूछताछ में
पता चला कि यह गैंग इस तरह की कई वारदातों
को अंजाम दे चुका है। मगर बदनामी के डर से
किसी ने पुलिस से शिकायत नहीं की। आज गैंग
संचालकों के पकड़े जाने पर भंडा फूट गया
बी.एड की सीटें भरने की दुश्वारी, खाली
रह गईं साइंस की 19 सौ सीटें
बरेली : यूनिवर्सिटी के तमाम प्रयासों के
बावजूद बीएड की साइंस वर्ग की सीटों पर
प्रवेश पूरे नहीं हो सके। पूल के जरिए 19
सौ सीट भरी जानी थीं मगर दो दिन की
काउंसिलिंग के दौरान करीब पंद्रह सौ
अभ्यर्थी ही पहुंचे। ऐसी स्थिति में बची
सीटों पर प्रवेश की चुनौती है। दो चरण की
काउंसिलिंग के बाद विज्ञान वर्ग की 19 सौ
और कला-कामर्स वर्ग की 370 सीटें खाली रह
गईं। इसके लिए पांच हजार अभ्यर्थियों के
पूल के लिए नामांकन शुरू किए गए। 19 और 20
अगस्त को विज्ञान एवं कृषि वर्ग के 496954
रैंक तक के अभ्यर्थियों को बुला लिया गया।
इसके बावजूद करीब चार सौ सीटों पर प्रवेश
के लिए नामांकन नहीं हो सके। रविवार से कला
और कामर्स वर्ग की सीटों के लिए अभ्यर्थियों
के नामांकन शुरू हो गए, जोकि मंगलवार तक
चलेंगे। माना जा रहा है कि कला-कामर्स
वर्ग की सीटें भर जाएंगी मगर बाकी बची
साइंस की करीब चार सौ सीटों पर प्रवेश पूरे
करने की चुनौती होगी। ऐसी स्थिति में
साइंस वर्ग की सीटों को कला-कामर्स वर्ग
के कन्वर्ट किया जा सकता है। यूनिवर्सिटी
द्वारा पांच हजार अभ्यर्थियों का पूल बनाया
गया है। पहले विज्ञान वर्ग के अभ्यर्थियों
के एडमिशन होंगे, बाकी बची सीटों पर
कला-कामर्स के इच्छुक अभ्यर्थियों को
एडमिशन दिए जा सकते हैं। इस बाबत
यूनिवर्सिटी ने तैयारी शुरू कर दी है
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