सीताकुण्ड व धोपाप घाट की सीढ़ियां
डूबी
सुलतानपुर 18अगस्त (उप्रससे) : गोमती नदी
का जल स्तर लगातार बढ़ने से नदी के किनारे
रहने वाले लोगों की धड़कन तेज हो गई है।
बुधवार को गोमती नदी का जल स्तर बढ़कर
82.950 मीटर तक पहुंच गया।
जिले में गोमती नदी के किनारे सैकड़ों गांव
बसे हैं। वर्ष 2008 में गोमती नदी में आई
बाढ़ से एक दर्जन गांव प्रभावित हुए थे। इस
वर्ष एक सप्ताह में गोमती नदी का जलस्तर
बाढ़ प्रभावित गांव के लोगों की धड़कनें बढ़ा
दी है। लोगों को इस वर्ष बाढ़ आने का भय
सताने लगा है। केन्द्रीय जल आयोग की मानें
तो गोमती का जल स्तर बारिश के पानी के चलते
बढ रह है, किन्तु जिले के लोगों को इस बात
पर विश्वास नहीं हो रहा है।
जिले में गोमती नदी का जल स्तर मंगलवार को
82.455 मीटर था, किन्तु बुधवार को बढ़कर
82.950 मीटर पहुंच गया जिससे सीताकुण्ड,
धोपाप घाट की सीढ़ियां डूबने गली हैं।
हालांकि गोमती नदी का खतरे का निशान
84.735 मीटर निर्धारित है। जिला प्रशासन
ने गोमती के जल स्तर पर नजर रखने के लिए
अधिकारियों की डयूटी लगाई है।
सीएमओ के निरीक्षण में
नदारत मिले डॉक्टर व नर्स
सुलतानपुर 18अगस्त (उप्रससे) : ुमुख्य
चिकित्साधिकारी डॉ. रामगोपाल ने जिले के
आधा दर्जन पीएचसी व सीएचसी का औचक
निरीक्षण किया। निरीक्षण में चिकित्सक
सहित आधा दर्जन स्वास्थ्य कर्मी नदारत मिले।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने चिकित्साधीक्षकों
को कड़ी फटकारा लगाते हुए कार्यशैली में
बदलाव लाने का निर्देश देते हुए गैर हाजिर
चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों के वेतन
रोकने का आदेश दिया है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राम गोपाल ने
अखण्डनगर सीएचसी का औचक निरीक्षण किया। जहां
स्टॉफ नर्स प्रतिमा पाण्डेय डयूटी से
नदारत मिली। वहीं एक्सरे टेक्नीशियन डॉ.
सुधीर कुमार देर से आये तो सीएमओ ने एक
दिन का वेतन रोकने का निर्देश जारी किया।
इसके बाद उन्होंने जयसिंहपुर सीएचसी का
निरीक्षण किया, जिसमें निरीक्षण के दौरान
डॉ. संजय प्रसाद सिंह, अरूण कुमार यादव
डयूटी से नदारत पाये गये। सीएमओ के
निरीक्षण के दौरान गंगेव गांव निवासी अजीम
खां ने अस्पताल में प्रसव के बाद जजनी
सुरक्षा के नाम पर सुविधा शुल्क लिये जाने
का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।
मौजूद ग्रामीणों ने प्रसव के दौरान जनरेटर
न चलाये जाने की शिकायत की। जिस पर सीएमओ
डॉ. गोपाल ने चिकित्साधीक्षक को कड़ी फटकार
लगाई। डयूटी से गायब स्वास्थ्य कर्मियों
के वेतन काटने का आदेश दिया।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने भदैंया व दूबेपुर
सीएचसी का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के
दौरान दोनों अस्पतालों के स्टोरों के रख
रखाव में खामियां देखी और उसमें सुधार लाने
की चेतावनी दी।
|