अमरोहा.।
मुख्य विकास अधिकारी एम0के0मिश्र
की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट
सभागार में राज्य पोषण मिशन के
अन्तर्गत जिला पोषण समिति की बैठक
आयोजित की गई। बैठक में जनपद
स्तरीय अधिकारियों द्वारा गोद लिये
गये गांवों की भ्रमण समीक्षा,
प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा व
कार्यवाही, जिला चिकित्सालय/पोषण
पुनर्वास केन्द्र की मासिक समीक्षा,
वी0एच0एन0डी0 में प्रभावी
क्रियान्वयन पर चर्चा कर आवश्यक
दिशा निर्देश दिये गये।
जिला
कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि
स्पॅाट फीडिंग के अन्तर्गत सभी
गर्भवती महिलाओं और 07 माह से 03
साल के बच्चों को आंगनवाड़ी
केन्द्र पर प्रतिदिन बुलाकर गर्म
भोजन कराया जायेगा। जिला चिकित्सा
अधिकारी ने बताया कि गर्भवती
महिलाओं को अन्य जांचों के अलावा
एच0आई0वी0 टेस्ट कराना अनिवार्य
है।
जिला
कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि "कुपोषण
को मात आपके हाथ" प्रशिक्षण 23
अप्रैल 2016 से 25 अप्रैल 2016 तक
सभी ब्लाकों में दिया जायेगा।
उन्होने कहा कि प्रसव के दौरान
मिलने वाली 1400 रू0 का माताऐं
अपने खान-पान पर सदुपयोग करें।
उन्होने
निर्देश दिये है कि कुपोषित बच्चों
की जाँच मोबाईल एप द्वारा वेवसाईट
www.upsnm.in पर अधिकारी गोद लिये
गांव कर रिपार्ट सेल्फी के माध्यम
से अपलोड किया जायेगा और रिपोर्ट
के देने पर गुणवत्ता का ध्यान दिया
जाना आवश्यक है। उन्होने कुपोषण
को मिटाने के लिये हर स्तर से
प्रयास करने की जरूरत पर बल दिया।
उन्होने कहा कि कुपोषण हमारे समाज
के लिये श्राप है इसे सभी के
सहयोग से दूर किया जा सकता है।
उन्होने कहा कि आंगनबाड़ी
कार्यकत्रियों, आशा, ए0एन0एम0 अपनी
समन्वय भागीदारी सुनिश्चित करें
के लिये कहा जिससे मा0 मुख्यमंत्री द्वारा
चलाई जा रहे राज्य पोषण मिशन का
लाभ हर व्यक्ति तक पहुंच सके और
हमारा कुपोषण मुक्त का सपना पूर्ण
हो सके। उन्होने कहा कि राज्य
पोषण मिशन का लक्ष्य है कि प्रदेश
के हर बच्चे और मां को सही पोषण
का अधिकार मिले।
जिला
मुख्य अधीक्षक ने बताया कि गम्भीर
कुपोषित बच्चों को जिला अस्पताल
स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र पर 14
दिन तक रखना आवश्यक है, इस दौरान
बच्चो के इलाज के साथ-साथ माता को
प्रशिक्षण भी दिया जायेगा ताकि
बच्चे खान-पान का ध्यान रखा जा सके।
उन्होने बताया कि जगभग 23000
आंशिक कुपोषित बच्चों में 9400
गम्भीर कुपोषित है जिनमें से 3500
बच्चों में सुधार हुआ है।