हापुड़
(उ.प्र. समाचार सेवा)।
मिल में शीरे के टैंक में दम घुटने
से ठेकेदार सहित तीन कर्मचारियों की
मौके पर मौत हो गये। जबकि उन्हें
बचाये गये चार कर्मचारी जहरीली गैस
के कारण बेहोश हो गये। जिन्हें अन्य
कर्मचारियों से बाहर निकालकर गंभीर
अवस्थान में स्थानीय नर्सिंग होम
में भर्ती कराया। पुलिस ने शवों का
पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए
भेज दिया।
जानकारी के अनुसार सिंभावली शुगर
मिल की बुलन्दशहर रोड स्थित
ब्रजनाथपुर शुगर मिल में काफी संख्या
में कर्मचारी कार्यरत है। जिसमें
ठेकेदार के रूप में थाना देहात
क्षेत्र के गांव सलाई निवासी भूरे
उर्फ खुशी मोहम्मद 35 वर्ष,फीटर पद
पर जनपद मुज्ज्फरनगर के गांव छपरा
निवासी दुष्यंत 45 वर्ष व पैन मैन
पद पर मयंक त्रिपाठी निवासी देवरिया
कार्यरत है। बताया गया कि सुबह मयंक
त्रिपाठी शीरे के टैंक के निकट
कार्य कर रहा था। तभी उसके औजार शीरे
के टैंक में गिर गये। टैंक में करीब
डेढ़ से दो फुट शीरा भरा हुआ था।
औजार निकालने के लिए मयंक टैंक में
चला गया। टैंक में नीचे पहुंचते ही
जहरीली गैस के कारण उसका दम घुटने
लगा। उसने शोर मचा दिया। जिसे सुनकर
दुष्यंत व ठेकेदार भूरे मयंक को
बचाने के लिए टैंक में नीचे
उतरे,उनका भी टैंक में पहुंचने पर
दम घुटने लगा। जिस पर दोनों शोर
मचाना शुरू कर दिया। जिसे सुनकर वहां
अन्य मजदूर पहुंच गये। कर्मचारियों
की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे
देवबंद निवासी धर्मपाल व शामली
निवासी आकाश,बुलन्दशहर के ताजपुर
निवासी भूपेन्द्र व गंगा सहाय टैंक
में मौजूद तीनों कर्मचारियों को
बचाने के लिए टैंक में जाने लगे।
उन्होंने देखा कि भूरे,दुष्यंत व
मयंक की मौत हो चुकी है। बाहर आते
समय वह चारों भी बेहोश होने लगे।
जिन्हें देखकर कर्मचारियों में
हडक़ंप मच गया। शुगर मिल के
कर्मचारियों ने किसी प्रकार
धर्मपाल,आकाश,भूपेन्द्र व गंगा सहाय
को बाहर निकाला। चारों को गंभीर
अवस्था में एम्बुलेंस के माध्यम से
स्थानीय नर्सिंग होम में भर्ती कराया।
इसके बाद कर्मचारियों ने
भूरे,दुष्यंत व मयंक को बाहर
निकालकर नर्सिंग होम में भेजा। जहां
चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित
कर दिया। वहीं शुगर मिल पहुंचकर अपर
जिलाधिकारी अवनीश राय,अपर पुलिस
अधीक्षक राम नयन यादव सहित कई थानों
से पुलिस बल मौके पर पहुंचा। घटना
की जानकारी लेकर उन्होंने घटना स्थल
का निरीक्षण कर वहां से नर्सिंग होम
में लिए रवाना हो गये। दोपहर
जिलाधिकारी अनिल ढींगड़ा व पुलिस
अधीक्षक अलंकृता सिंह मोर्चरी पहुंचे।
जिसके बाद पुलिस ने शवों का पंचनामा
भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतकों के परिजन भी शव लेने के लिए
पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गये।