बरेली।
चुनाव ड्यूटी पर जाते हुए हार्ट अटैक के
शिकार हुए रिटर्निंग आफीसर की इलाज के
अभाव में मौत हो गई। रिटर्निंग अफीसर को
उनके साथी जिला अस्पताल ले आये थे किन्तु
इमरजेंसी में डाक्टर मौजूद न होने से उनकी
मौत हो गई। आरओ की मौत से उनके परिवार में
कोहराम मच गया है।
गुरुवार को पूरे मंडल में मतदान होना है और
मतदान के लिए ट्रांसपोर्टनगर और मंडी स्थल
से सेक्टर मजिस्टे्रट, जोनल मजिस्टे्रट और
स्टेटिक मजिस्टे्रट के साथ पीठासीन अधिकारी
और भारी मात्रा में फोर्स को पोलियों बूथों
के लिए रवाना किया। पोलिंग बूथों पर जाते
समय एक पीठासीन अधिकारी की रोडवेज बस में
ही गिरकर हालत गंभीर हो गई। आनन फानन में
उन्हें अन्य कर्मचारियों ने जिला अस्पताल
लेकर आए और आपात कालीन में डाक्टर की
उपस्थिति नहीं होने के कारण पीठासीन
अधिकारी की मौत हो गई।
सूचना पर उनके
परिवार में कोहराम मच गया और अस्पताल
पहुंचे। मृतक के तीन बेटे दो बेटियां हैं।
जिले में आज मतदान के चलते सभी पोलिंग
पार्टियों को ट्रांसपोर्टनगर से रवाना किया
जा रहा था इसी कड़ी में लोक निर्माण विभाग
में स्टेनो के पद पर रमेश चन्द्र शर्मा
निवासी सुरेश शर्मा नगर बारादरी की चुनाव
उ्यूअी बहेड़ी के पास एक गांव में लगी थी।
जिसके लिए आज सुबह वह ट्रांसपोर्टनगर से
अपने पोलिंग पार्टी लेकर बस में बैठे कि
अचानक उनकी तबियत खराब हो गई। जिस पर आनन
फानन में ही अन्य कर्मचारी उन्हें उपचार
के लिए जिला अस्पताल लाए। लेकिन
इमरजेंसी में डाक्टर की अनुपस्थिति के चलते
आधा घंटे से ज्यादा वह तड़पते रहे और कुछ
देर बाद उनकी मौत हो गई। उनका बड़ा बेटा
जितेंद्र रेलवे में अधिकारी है और दूसरा
बेटा आशीष बीएसएफ त्रिपुरा में तैनात है
और सबसे छोटा बेटा सचिन शर्मा छात्र है।
अस्पताल में रमेश चन्द्र शर्मा के दामाद
विमल मिश्रा ने बताया कि डाक्टर की
लापरवाही के चलते उनके ससुर की मौत हुई
है।
यदि यहां पर डाक्टर उपस्थित होता और
समय से उन्हें उपचार मिल जाता तो उनकी जान
बच सकती थी। वहीं पीठासीन अधिकारी की मौत
से अन्य अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
|