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कानपुर,
08 अप्रैल । कानपुर में मंगलवार को रामनवमी
के जुलूस के दौरान दो समुदाय के बीच बवाल
हो गया। हालांकि शुरू में पुलिस ने स्थिति
को संभाल लिया लेकिन देर रात लोग सड़कों पर
फिर उतर आये और कई दुकानों को आग के हवाले
कर दिया। घटना में आधे दर्जन से अधिक लोों
के घायल होने की खबर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रावतपुर इलाके
के सैयद्पुर से सटे मोहल्ले से शाम छह बजे
के करीब रामनवमी का जुलूस निकल रहा था।
सैयद्पुर मोहल्ले से जब ये जुलूस निकलने
लगा तो रास्ते को लेकर विवाद हो गया। इसके
बाद हंगामा शुरू हो गया।
विवाद थोड़ी देर में हिंसात्मक रूप ले लिया
नियंत्रण से बाहर हो गई। दोनों तरफ से
जमकर पत्थरबरजी हुई जिसमें कई लोग घायल हो
गये। थोड़ी देर बाद भारी फोर्स बल ने मामले
को काबू में कर लिया।
बताया जाता है कि उस समय मामला तो लगभग
शांत हो गया लेकिन तनाव बरकरार रहा।
परिणामस्वरूप देर रात दोनों पक्षों के लोग
एक बार फिर सड़कों पर उतर आये और जमकर बबाल
किया। बलबाईयों ने कई दुकानों को आग के
हवाले कर दिया और चारों तरफ खूब तोड़ फोड़
भी की।
मुजफ्फरनगर दंगा-सरकार ने दी आरोपियों की
जमानत रद्द करने की अर्जी
लखनऊ, 08 अप्रैल।
लोकसभा चुनाव के ऐन वक्त पर उत्तर प्रदेश
की सपा सरकार ने मुजफ्फरनगर दंगों के
आरोपियों की जमानत रद्द करने के लिए अदालत
में अर्जी देकर एक बड़ी सियासी चाल चल दी
है। इस संबंध में अपर महाधिवक्ता जफरयाब
जिलानी का कहना है कि सरकार का यह कदम
सुप्रीम कोर्ट के 26 मार्च के आदेशों के
तहत हुआ है। गौरतलब है कि मुजफ्फनगर में
दंगा भड़काने के आरोप में 400 से अधिक लोगों
को जेल भेजा गया था, जिसमें से 190 आरोपियों
को बाद में जमानत मिल गई थी ओर वे सब इस
समय जेल से बाहर हैं। इनमें प्रमुख रूप से
भाजपा नेता हुकुम सिंह, संगीत सोम, सुरेश
राणा और बसपा प्रत्याशी कादिर राणा शामिल
हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार ने जमानत
रद्द करने की अर्जी उन अदालतों में दी है,
जहां से आरोपियों को जमानत मिली हुई है। |