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कितनी निकिताएं और…

Publised on : 28.10.2020/ आज का सम्पादकीय/ सर्वेश कुमार सिंह

Nikita Tomer निकिता तोमरदेश में जिहादियों का दु:साहस चरम पर है। नागरिक और धार्मिक स्वतंत्रता, देश की धर्मनिरपेक्षता के नाम पर बहुसंख्यक समाज की बेटियों की बलि चढ़ रही है। सोची समझी साजिश के और अल्पसंख्यकवाद के संरक्षण में हिन्दू समाज की अस्मिता पर आघात किये जा रहे हैं। लव जिहाद को हथियार बनाया गया है। ये जिहादी तत्व हिन्दू समाज की लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने की कोशिश करते हैं। फिर उसका धर्मान्तरण कराकर हिन्दू समाज को अपमानित किया जाता है। इस अभियान का सबसे भयावह रूप सोमवार को देश ने देखा, जब बल्लभगढ़ के नूंह निवासी तौसीफ ने बी.काम ( अंतिम वर्ष )की छात्रा निकिता तोमर की इसलिए गोली मारकर हत्या कर दी, क्योंकि उसने धर्मपरिवर्तन करके तौसीफ से निकाह नहीं किया। यह लव जिहाद का बदला हुआ और आक्रामक स्वरूप है। निकिता कालेज से परीक्षा देकर घर लौट रही थी। इसी बीच रास्ते में कार सवार तौसीफ और उसके दोस्त ने निकिता को रोक लिया। उसके अपहरण की कोशिश की। विरोध करने पर तौसीफ ने उसे गोली मार दी। निकिता की अस्पताल पहुंचने पर मृत्यु हो गई। हत्याभियुक्त तौसीफ कई साल से निकिता को परेशान कर रहा था। उसने पहले भी उसके अपहरण की कोशिश की थी। वह उस पर दबाव डाल रहा था कि इस्लाम धर्म अपना कर उससे निकाह कर ले। लेकिन, निकिता उसका लगातार विरोध कर रही थी। इस घिनौनी और दुस्साहसिक साजिश में तौसीफ का परिवार भी शामिल था। मृतका के पिता मूलचंद तोमर के अनुसार तौसीफ की मां भी निकिता को फोन करके धमका रही थी। वह उसे अपहरण की धमकी देती थी। उसने कहा कि तुम्हारा अपहरण हो जाएगा, तो तुमसे कौन शादी करेगा। इसलिए इस्लाम धर्म कुबूल कर लो और यहां आकर रहने लगो। बल्लभगढ़ की इस घटना ने पूरे देश के हिन्दू समाज को झकझोर दिया है। समाज में आक्रोश है, साथ ही हरियाणा सरकार के खिलाफ नाराजगी भी है। क्योंकि, यह घटना उसी मेवात क्षेत्र में हुई है, जोकि पिछले चालीस साल से एक समुदाय विशेष के आधिपत्य का केन्द्र बना हुआ है। यहां हिन्दुओं का सम्मान के साथ रहना और जीना दुस्वार है। इसके खिलाफ आवाज उठती रही है। सोमवार, 26 अक्टूबर को दिनदहाड़े हुई इस घटना से आक्रोशित बल्लभगढ़ में हिन्दू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किये। मंगलवार को आगरा-दिल्ली राजमार्ग जाम किया। घटना के बाद हालांकि पुलिस ने तौसीफ और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद हो गया है। लेकिन, इस जघन्य काण्ड में सिर्फ तौसीफ की गिरफ्तारी ही काफी नहीं है। इस काण्ड को अंजाम देने के पीछे उसके परिवार का भी पूरा सहयोग है। इसलिए परिवार के अन्य लोगों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। विशेष रूप से तौसीफ की मां पर जिसने निकिता को फोन करके अपहरण की धमकी दी। इसके बाद अपहरण का प्रयास हुआ, विरोध पर निकिता बलिदान हो गई। सरकार को इस मामले में कड़ाई से पेश आना पड़ेगा। क्योंकि अपराधी का परिवार राजनीतिक रसूख वाला है। इसका एक पारिवारिक भाई कांग्रेस से विधायक है तो दूसरा बसपा से चुनाव लड़ चुका है। इतना ही नहीं परिवार में एक आपराधिक इतिहास का व्यक्ति भी है। यही वजह है कि निकिता की अन्तयेष्टि के मौके पर लोगों ने कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार जैसी कार्रवाई करके दोषियों को सजा दी जाए। अब देखना यह है कि निकिता के हत्यारों और षडयन्त्रकारियों को हरियाणा सरकार कैसी सजा दिलवाती है। अन्यथा हिन्दू समाज यही पूछता रहेगा कि कितनी निकिताएं और.. ( उप्रेससे )

Tags: Nikita Tomer, Love Jihad, Ballabhgarh, Hariyana, Tausif

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